देश स्वतंत्रता प्राप्त किए हुए कितने ही वर्ष हो गए।
पर हमने अपने बलिदानियों का अभी तक सम्मान नहीं किया है।
उन्हीं में से एक है महान मराठा रानी ताराबाई की समाधि, जो छत्रपति शिवाजी महाराज की बहू थी।
वह पहली मराठा थी जिन्होंने उत्तर भारत में छापे मारे, औरंगजेब को हराया और मालवा के शहरी केंद्रों को जीत लिया था।
पर दुर्भाग्य तो देखिये। अब उन्हीं की समाधि बर्बाद होने की कगार पर है। और सरकार के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
दुर्भाग्यपूर्ण!
बहुत ही ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण!!