गाय माता हम लोगों के लिए प्रत्येक्ष देव हैं।
यदि कोई कामना है तो गौमाता के कान में कहने से जल्दी पूरी होती है।
गौसेवा , गौसंवर्धन, गौसंरक्षण गौवंश की वृद्धि से ही भारत सुखी और समृद्ध हो सकता है।
मानव का रोम-रोम गाय माता का ऋणी है क्योंकि पूरा जीवन गाय दूध-दही-घृत देती है।
गौओं की शीत तथा धूप से रक्षा करने पर स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
गौसेवा करने से जिंदगी में सुकून मिलता है।
गाय के ऊपर प्यार से हाथ फेरने से धीरे धीरे असाध्य रोग भी मिटने लगते है।