नवरात्री आयी और चली भी गयी।
सभी माताजी के भक्तों ने, चाहे वो सामान्य हो या हाई-प्रोफाइल, माताजी के चरणों में गए और आशीर्वाद लिया।
पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथजी ने अपने बिजी समय में से समय निकालकर धार्मिक परंपरा को पूर्ण किया।
हमारे देश में सदा से ही कन्याओं और महिलाओं का आदर किया जाता है और कन्याओं को तो माता का रूप माना जाता है।
तो इसी परंपरा को निभाते हुए नवमी के दिन योगीजी ने देवी स्वरूपा नौ कुमारी कन्याओं के चरण प्रक्षालन कर विधि-विधान से पूजन एवं आरती सम्पन्न करने के उपरांत उन्हें भोजन प्रसाद ग्रहण कराया तथा दान-दक्षिणा देकर प्रणाम किया।
अब आप कहेंगे की इसमें नया क्या है। बहुत से मुख्यमंत्रिओं ने कन्या पूजन किया भी होगा। पर महत्व इस बात का है, कि योगीजी को देखकर जनता भी इन परंपराओं को अच्छे से निभाने की कोशिश करेगी और देश और दुनिया में सन्देश भी अच्छा ही गया है।
एक उदाहरण नीचे देखिये।
नाजनीन अंसारी ने भी महानवमी के अवसर पर कन्यापूजन किया।
मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने भी नवरात्रि के महानवमी के अवसर पर सुभाष भवन में कन्या पूजन किया और कन्याओं के पैर छुए। भारतीय संस्कृति में ही कन्या पूजी जाती है।
साफ बात है – अच्छे काम की प्रशंसा होनी ही चाहिए।