विवादित और तथाकथित पत्रकार राना अय्यूब सऊदी अरब को खून का प्यासा बता कर सऊदी अरब के नागरिकों का आक्रोश झेल रही है। लोग राना अय्यूब पर यह आरोप लगाते है कि राना अय्यूब अपने प्रोपेगंडा के मुताबिक हमेशा ट्वीट करके कोई न कोई बखेड़ा खड़ा जरूर करती है। लोग राना अय्यूब पर यह भी आरोप लगाते है कि राना की हमेशा यही कोशिश रहती है की किस प्रकार अपने आप को हमेशा सबसे बढ़ा मुस्लिमों का मसीहा दिखाया जाए।
लोगों के अनुसार हर ट्वीट में वो हिंदुत्व के प्रति घृणा का प्रदर्शन भी करती रहती है। लोगों ने कई बार ट्वीट्स करके यह बताया है कि राना को कई बार फर्ज़ी खबरों को शेयर करते हुए भी देखा गया है। पर अब पता चला है कि सबसे बड़ा झोल तो उनके नाम में ही है।
आप और हम सभी “राना अय्यूब” को “राणा अय्यूब” के नाम से जानते है पर हकीकत में वो “राना अय्यूब” है। इसका खुलासा जब हुआ जब राना अय्यूब के अंध समर्थक आकार पटेल ने राना को “महाराणा” बता कर राना का महिमामंडन करने की कोशिश की। और राना ने इस ट्वीट को रीट्वीट भी किया, जो कि यह स्पष्ट बताता है कि उन्हें खुद को “महाराणा” बताया जाने पर कोई संकोच नहीं है।
इस आपत्तिजनक बात का विरोध करते हुए तमाम जागरूक हिंदुओ और राजपूत संगठनों ने बताया कि हिंदुओ के महान राजा महाराणा प्रताप और राना अय्यूब के “राणा” का कोई आपसी संबंध नहीं है।
राजपूत संगठन ‘क्षत्रिय परिषद’ ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि मुस्लिम महिलाओं के प्रथम उपनाम में ‘राना’ शब्द का प्रयोग किया जाता है वो एक फ़ारसी/अरबी/तुर्किश/कुर्दिश मूल का शब्द है और यह ‘यार्नु’ शब्द से निकला है। वहीं कुछ लोगों ने बताया है कि अंग्रेजी में ‘ण’ के लिए कोई शब्द नहीं है इसलिए rana को राना और राणा दोनों के लिए प्रयोग में लिया जाता है। इसलिए अब सभी को rana को हिंदी में राना ही कहना चाहिए।