कल नवमी थी, नवरात्री वाली महानवमी।
पर कुछ लोग इसे भगवान् श्रीरामजी के अवतरण दिवस वाली नवमी समझ बैठे।
सोचा, राज्य में चुनाव आ रहा है तो क्यों न बहती गंगा में हाथ साफ़ कर लिए जाए।
तो दे दी जनता को बधाई, लगे हाथों।
पर लिखना क्या था, यह तो जनाब भूल ही गए।
सोचा होगा की जो होगा देखा जायेगा। कुछ गलती हो भी जाएगी तो दो चार दिन हो हल्ला मचने के बाद जनता खुद ही भूल जाएगी, जो की सही भी है।
फिर क्या था, दे दी बधाई। लो जी, नीचे खुद ही देख लो। मगर पिक्चर में, क्योंकि ट्वीट को डिलीट हो गया है न। करना पड़ा साहब को, मजबूरी जो थी।
अब इस ट्वीट को देखकर समझदार सपाई भी गा रहा होगा –
मैं क्या करूँ राम, मुझे अखिलेश मिल गया।
हालांकि बाद में अखिलेश बाबू ने अपनी गलती सुधार ली। पर मजे लेने वाले कहाँ मानने वाले थे।
केवल अखिलेश बबुआ ही नहीं बल्कि कांग्रेस के नेता “आनंद शर्मा” भी फिसल गए थे। नीचे देखिये उनके भी ट्वीट का स्क्रीनशॉट, क्योंकि गलती तो मिटानी पड़ती ही है ना।
क्या करें, नेता लोग है साहब। झेलना पड़ता है।